पत्नी की याद में शायरी : आज हम आपके लिए पत्नी की याद में शायरी और Miss you wife Status लेके आए है आपको ये पत्नी की याद में शायरी पसंद आती है तो जरूर इसे अपनी पत्नी के साथ जरूर शेयर करे ।
Miss U Wife Shayari |
पत्नी की याद में शायरी
तेरे बिना मेरी हर खुशी मेरी अधूरी है,
सोच, तू मेरे लिए कितनी जरूरी है
वो कहती थी, तुम मेरी जरूरत हो !
काश! वो ये जान पाती की 'जरूरत' और
'जरूरी' में कुछ मौलिक अंतर होता है !
चुप रहना मेरी ताकत हैं कमजोरी
नहीं और अकेले रहना मेरी आदत
हैं मेरी मजबूरी नहीं।
अल्फाज़ भी मेरा है
शायरी भी मेरी है...
मगर उनमें जो छुपी है
वो बात सिर्फ तेरी है
बहुत याढ़ आती हैं आपकी
कभी आप भी आ जाओ।।
साच्ची बहुत याढ़ आती हें
आपकी एक बार हीं शहिं
हमसे मिलने आ जाओ।।
कि युही तो तुमने मुझे अकेला नहीं छोड़ा
कुछ खामियां तो मेरे भीतर भी होंगी.
ख़्वाब अधूरा होगा लेकिन नींद अधूरी ना होगी।
एक दिन सो जाऊंगा चैन से चितवन, फिर कभी मेरी कमी पूरी ना होगी।
पता नही कौनसी साँस आखरी होगी
तुम्हारे मुलाकात की तरहा।
पत्नी की याद में शायरी
मुझे उससे प्यार आज भी है
नज़रों को उसका इंतज़ार आज भी है.
वो लौट आए बहार की तरह जिंदगी में
उसके लिए दिल के द्वार खुले आज भी है।
दरबदर भटकना वफ़ा समझ लीजिये
हर पहर जगना सजा समझ लीजिये
खुदगर्ज़ हो लिए हैं उनसे जुदाई यही वजह समझ लीजिए।
कुछ लम्हे , कुछ यादें, हैं आपके हमारे पास,
इसके ही सहारे जी रहे हैं । कुछ और लम्हे और यादें मिल जाता तो? सारी उमर काट लेते।
दिन ढलते ही तेरी याद आने लगती है, फिर क्या तेरी तस्वीर देखता हूं , रोता हूं और सो जाता हूं
सपनों का टूटना बेहतर होता है कई बार उनके पूरे हो जाने से कोई तुम्हें तुम्हारे जितना चाहे नहीं होता है ऐसा तुम्हारे चाहने से।
गर मिले वक्त तुम्हें, तो एक बार फिर से मिलने आओ कभी। मैं चुप रहूंगा, तुम नयन से नयन मिलाकर बस इतना कह देना वया हुआ तुम्हे, बतलाओ तो सही।
इस बार मिलने आओ तो गले लगाना जरूर
थोड़ा सा ही सही हक जताना जरूर।
खामोशी से वहीं खड़े है,जहाँ मेरा हाथ छोड़ कर गये इन्तजार अभी तक है,जो एहसास तेरा कभी नहीं गये
खुद़ को जानने में वक्त लगता हैं
दील को लगाने में वक्त लगता हैं
जो गुजरा था कभी साथ तुम्हारे
अब उसे गुनारने में वक्त लगता हैं।
ना जाने कैसी मोहब्बत है मेरी जब उनसे दूर होते है
तो मिलने के लिए तरसते है और जब पास आते है दूरियां तब भी कम नही होती ।
अपना आपने भी मुझे नहीं बनाया
किसी और के होने के लायक भी नहीं छोड़ा।
नफरत की इंतेहा तो देखो अब तो ईमेल से
अटैचमेंट गायब है आप की ।।
तेरी मोहब्बत की हिफाज़त कुछ इस तरह की हमने,
जब भी देखा किसी ने प्यार से नजरें झुका ली हमने।
ये जो हवाएं तुझे छू रही हैं ।
वो वहां मेरी कमी पूरी कर रही हैं ।
दूरियां हैं दरमियान तो क्या हम है?
कुछ तो है जो हमें संग कर रही हैं ।
जब हवाएं तेरे चेहरे को छूकर सुकून दे ।
समझ लेना मेरे लबों ने तेरे चेहरे तक कोई पैगाम पहुंचाया है ।
कुछ राते ऐसी भी होगी,
जिसमें तुम नही,
तुम्हारी यादें होगी।
मत सोच तेरी यादों से बेखबर हूँ
एक बार मेरी आखों को पूछ के देख,
मेरी पुरी रात तेरी यादों मे ही गुजरती हैं।
दरवाजे याद के तेरी खुले रहते हैं
चाहे कितनी ही भी बार घुमाती रहूँ
चाबिया तुझे भुलाने को I
लोग कहते हैं कि
मेरे लिंखने में अब वो बात नहीं
क्या जवाब जब तू ही मेरें साथ नहीं ।
क्या हुआ अगर वह हमारे पास नहीं है।
उन दी यादों पर तो हक़ हमारा है।
जब भी ये दिल टुटा मैं तुम्हे याद करता हूँ ..
जब कोई तारा टुटे तुम मुझे याद कर लेनां !!
अगर मैं किताब होता तो
उस किताब कि लेखिका तुम होती।
जब याद तुम्हारी आती
सबसे छुप कर रो लेता हूँ
नींद नहीं आती, फिर भी
आँखें खोल सो लेता हूँ
दोस्तों से तो छुपा लेता हूँ
प झूठी हंसी के पीछे ये अश्क
पर जब मा पूछती हैं तो
आंखों से बहते हैं यह अश्क
अन्तिम शब्द पत्नी की याद में शायरी के लिए
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आपका हमारी पोस्ट पत्नी की याद में शायरी पढ़ने लिए आपका शुक्रिया ।
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