आँख शायरी: आज हम आपके लिए आँख शायरी और उनके आँखो ही आँखो की शायरी लेके आए है ।
अब आपको क्या बया करू इन आंखो का दीवाना पन कुछ भी लिखूं हमेशा कम पड़ जाता है अगर आप भी मेरे जैसे इन आंखो के नशे में डूब गए हो और अपनी प्रेमिका की सुंदर आँख पर शायरी की तलाश में हो तो यह आपकी तलाश खत्म होती है क्योंकि आज इन नशीली आँख पर शायरी गजब की शायरी लाए है तो बिना नैन मटकाए शुरू करते है "तेरी आँखो की क्या बात करो उसे बया करने के लिए मेरे शायरी भी कम पड़ जाती है" ये आँख पर शायरी का नमूना है आगे और भी पढ़िए।
आँख शायरी/ आँख पर शायरी/ नज़रों पर शायरी
तेरी आंखें वो गुलाब का फूल है,
जिस का रश में आंखो ही आंखो से पी जाऊं।
तंज कसते हुए इक रोज़ दिल ने कहा
कब तक यू ही तन्हा रहोगे...
हमनें अपनी नज़रों की तरफ इशारा किया
और कहा.
ये "शायरा" से भी पूछ कर देखो...
झूठ वो कुछ इस तरह बोल जाता है कि
सच जानते हुए भी उसके झूठ पर यकीन हो जाता है
क्या करू दिल के हाथो मजबूर हूं;
वरना मै तो वो हूं जिसे आंखे पड़ना आता है.
काश ! मुझे भी छोड़ना आता होता,
काश ! मुझे भी झूठा बोलना मालूम होता,
काश ! मेरे मन मे भी पाप होता,
तो शायद आज मैं यूँ ना रोता होता.. I
आँख शायरी को पढ़े हिंदी में
इन आंसुओं का भी गजब कहानी है,
आँखों में है तो आँसू और
बहार निकल गए तो पानी।
ये आईने क्या दे सकेंगे तुम्हें
तुम्हारी शख्सियत की खबर,
कभी हमारी आँखो से आकर पूछो
कितने लाजवाब हो तुम।
बोझिल सी इन पलकों पर,
रात का कोई बोझ नहीं
राख तेरे ख़्वाबों की
इन पर सें हटती, जुडी
बात मेरे दिल्.की
अब इनसे छिपती नहीं
हर बार सुनती थी मेरी
पर अब सुनतीं नहीं
आँख पर शायरी हिंदी में
आंखों ने अच्छी सौदेबाज़ी कर ली 'शायरा'
ख़्वाबों से बेवफ़ाई आंसुओ से मोहब्बत
अब क्या बताये कुछ इस तरह हैं
हमारा रिश्ता यहाँ लबो से नहीं
आँखों से बात होती हैं।
मत कुरेद मेरे जख्मों को बहुत पछताएगी
यूँ ही बेवजह ये आँखें मुझे रुलायेगी
उसकी तस्वीर अभी तक सीने में छिपा रखा है,
वो अपनी हर गलती भी मुझसे कुबूल करवाएगी।
नजरो पर शायरी / नजर शायरी
ये मतलब था उसका मैसेज अचानक आया
मुझे उसकी नशीली आंखें का शौक था में उसकी कतार में ना
जाने कितने आशिक़ पत्थर उसके फ़िराक़ में
में आज तरसता सिगरेट को
वो मेरी तलाश में
मैंने कोशिश तो बहुत, की
अपना हक़ जमा लू
मग़र ये तो आँखे हैं
इन पे कहा हक चलता।
यूं न देखा करो इन आंखो से
दिल धड़कता है तुम्हारी बातो से
दिन में रहते हो मेरी यादों में
रात को आ जाते हो ख्वाबों में
इतना रहते हो साथ मेंरे
मेरे दिल में मेरे जज्बातों मे
कोई और नहीं है तुम्हारे सिवा
बस तुम ही मेरी मोहब्बत हो
न छूटेगा ये साथ हमारा
ये हाथ रहेंगे हमेशा तुम्हारे हाथो मे।
कुछ चीज़ें बहुत सुकून देती है,
जैसे तुम और तुम्हारी ये नशीली आँखें।
सुंदर आँख पर शायरी
आखेों के किनारे सूखे परे है सारे,
समझाओ ना तुम रूठे दिल को अब हमारे I
तुम्हारी तस्वीर के सहारे कितना वक़्त और गुजारे
अब तुम आओ ना, हमें गले लगाओ ना।।
आंखे बंद करके चलना खंजर मुझ पर,
कहीं मैं मुस्कुराया तो तुम पहले मर जाओगे।।
दिल में जो जज़्बात हैं,
उन्हें लब्जो की क्या जरूरत है
आंखो से भी पढ़ा जा सकता है
उन्हें शब्दों की क्या जरुरत है।
आँख पर कविता हिन्दी में
सुनिए आपकी आंखें बहुत हसीन है के
इनसे किसी और को न देखना मैली हो जाएगी
शिकायत मौत ये नहीं याहब
अपनों ये थी.
ज़रा सा आँखे कया बढ़ हुई कब्र खोदने लगे।
आंखें तरस गई बस उनकी, एक झलक पाने को कुछ
समय बाद उनकी तस्वीर, भी आंखों में होगी और,
उनका दीदार भी होता रहेगा।
तेरी सुंदर आंखो का काजल पर शायरी
रुका है, रूठ कर अपने ख्वाबों से मासूम भूल गया है
उन तर बतर आंखों के संघर्ष को जिसने बहने ना दिया
एक अश्रु तक महज़ उन ख्वाब सजाने को।
इन आँखों में तुम कुछ इसं कदर बंसते हो
कि हर तरफ बस तुम हीं दिखते हो।
शाम से आंखों में नमी सी हैं ,
आज फिर आपकी कमी सी हैं ।
इन लबों से कभी तबस्सुम कि नाराज ही ना हो,
इन आंखों में नमी की कोई लकीर ना हो,
यही दुआ है मेरे खुदा से और, मेरी यह
दुआ खुदा के दर पर हर बार कबूल हो ।
नैनो की शायरी
दमकता हुआ चेहरा, ये नशीली आंखें,
मानो चाँदनी रात में मैखाना खुला हो जैसे I
आसान नहीं है
उस शक्स
को समझना ॥
जो जनता सब
कुछ हो पर बोलता
कुछ भी नहीं. !
ये जो तुम्हारी आंखों की गहराई है ना
मुझे इनमें डूबने को गोताखोर बनना पड़ेगा
बंद आंखों से तो अंधेरा-दिखता है,
खुली आंखों से जिसकी तमन्ना करो, उसे ख्वाब कहते हैं
हमारी आँख में मत देखिएगा
ये सम्मोहन -का-जादू जानती है
मलँग रह कर जपे बस नाम भोले
हमें दुनिया इक साधू मानती है
नैना शायरी
देख कर उनकी आँखें
हम उनमे डूब जाते हैं,
तारीफ क्या खाक करेंगे
जब शायरी भूल जाते हैं!
हर पल हर लम्हा हम बेक़रार है,
आपसे दूर होते है तो लगता है लाचार है,
बस एक बार देखो आँखों में मेरी,
मेरे इस दिल में आप के लिए कितना प्यार है! !
दिल शोर कर रहा था खामोशियों ने सुन लिया,
दिमाग से मदद मांगी मना कर गया, फिर आंखों से
कहकर आंसुओं को चुन लिया।
आँख पर शायरी इमेज
Final Words on आँख शायरी
आज की पोस्ट में आंखो कि आंखो से जलगा बंदी शायरी से करके आपको कैसे लगा हमें कमेंट करके जरूरी बताए ऐसे ही और नैनो की शायरी, नज़रों की शायरी, तेरी आंखो का काजल शायरी, आंखे पर शायरी 2 लाइन सारी जबरदस्त शायरी के प्रकार हमने आपके साथ शेयर किए है हमारे साथ जुड़ने के लिए हमें SAHELISTATUS पर जाके नवाजे।आज की पोस्ट आँख शायरी वाली पोस्ट पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद्।
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