नमस्कार दोस्तों मैं आपका दोस्त शायर आज जब में सुबह - सुबह बैठा था तो सोच रहा था कैसा लगता है Kisi Ke Liye Kitna Bhi Karo और हमेशा उसे वह कम ही लगता ऐसी बात को सोच कर आँखो में ग़म के बादल चाह गए और दिल के कोने से कुछ बाहर प्रकट हुआ में आपके साथ शेयर करने वाला हूँ
जिन्हे मेने "Kisi Ke Liye Kitna Bhi Karo Quotes" नाम दिया है तो एक काम करते है आज का हमारा टॉपिक Kisi Ke Liye Kitna Bhi Karo Quotes रख लेते है जिससे आपके लिए इसे अपनी फीलिंग को जोड़ना आसान होगा तो चलिए हमारे दिल में कैसे विकार पैदा होते है
जब Kisi Ke Liye Kitna Bhi Karne पर भी उसे हमेशा कम ही लगता है
Khud Garz Log |
Kisi Ke Liye Kitna Bhi Karo Quotes / Kisi Ke Liye Kitna Bhi Karo Quotes in Hindi
जैसे चार दिन की चांदनी
फिर अंधेरी रात वैसे ही
चार दिन का पैसा और घमंड
फिर जीना है दुःख के साथ ।
"किसी के लिए कितना भी करो कम ही लगता है 2021"
अपने गम को हंसी में छुपाना पड़ता है
न चाह कर भी उन बातों को याद करना पड़ता है
अकसर चाहता हूं कि न करूँ अब जिक्र उसकी
पर जब भी होती है धोखेबजों की बात न चाह कर
उसका जिक्र करना पड़ता है
"किसी के लिए कितना भी करो कम ही लगता है Quotes "
इतनी मायाचारी कर कैसे लेते हो
अपनों से नफ़रत कर कैसे लेते हो
अरे हमें भी सीखा दो ये कला
की अपनों के लिए ही षडयंत्र रच कैसे लेते हो
उस बेखबर की कोई खबर ना आई
जिसकी मुझे पल पल खबर होती थी
अहसास दिलाकर तोड़ा मेरे मन के भर्म को
जो मेरी दुनिया होती थी मैं तो उसका
कभी कुछ था ही नही आज पता चला।
तुम कैसे समझो गे दर्द हमरा
तुमको तो रात में नींद आती हैं ना
किसी के लिए कितना भी करो कम ही लगता है
मेरी जिंदगी के कई सारे लम्हे बेमिसाल दिये थे
मैंने उस धोखेबाज को अपने कई साल दिये थे
मेरे बाद अगर किसी को मुझ जैसा
पाओ तो मेरे बाद किसी के साथ मुझ
जैसा मत करना
Kisi Ke Liye Kitna Bhi Karo Shayari Quotes 2021
हम सच्ची मोहब्बत के दीवाने हैं,
धोखेबाज की साजिश को नहीं जानते..! !
ये कौन लोग हैं जो तुम्हें बेवफ़ा कह रहे हैं,
लगता है ये तुम्हारे आशिक को नहीं जानते।
तुम हमे मुजरिम समझते हो
किसी शिकारी के जाल मे फसे शिकार है।
सुना है धोखेबाजों का बाज़ार लगा है
तुम तो यकीनन बहुत महंगे बिकोगे
"किसी के लिए कितना भी करो कम ही लगता है Shayari"
जिंदगी में धोखे ऐसे ही नहीं मिलते साहब
इसके लिंए भी लोगों को भला करना पड़ता है
जो धोखा करना सीख जाते है जनाब.
हर सख़्श उन्हें धोखेबाज़ लगते है।
दिलों जान से चाहा था उसे
लेकिन उसने मेरी मजबूरी को
धोखेबाजी का नाम दे दिया
किसी के लिए कितना भी करो
कम ही लगता है :मुझे तेरा #इश्क़ बेइमान सा लगता है
कभी इधर कभी उधर भटकता
तेरा दिल मुझे धोखेबाज सा लगता है
बड़े धोखेबाज है ये सपने
मेरे होकर किसी और की
हकीकत बन गए
मेरी ही सलाह लेके
मेरी ही चीज़ें इस्तमाल करके
नाम जताते हैं अपना
दिखावे का निभाते हैं
वो यारना अपना
असल में होते हैं
मतलबी एहसान फरामोशी
Kisi Ke Liye Kitna Bhi Karo Shayari
तलाश है कुछ हद तक
मिलने तक ख़ामोश हूँ। वरना
एहसान फरामोश हूँ ।
एहसान कर लिया उन्होंने
इश्क़ हमपर करके
अब कह ही दिया उन्होंने
तो छोड़के हम देखते
उनके पैरो में छाले थे,
और हम मरहम लगाने वाले थे।
वो एहसान फरामोश निकले,
उन्ही पैरो से हमें कुचलने वाले थे।
अपने अक्ष पर मेरी पहचान कर ले,
कर ले सौदा कोई, फरमान कर ले I
नहीं है मुनासिब कि मुहब्बत मैं ही करू,
गनीमत हो प्यार तू भी कर, एहसान कर ले I
रात भर पहरेदारी हमने की
और वो सवेरे पे आके सो गए
आपने तारीफें की उनकी
और हमारे एहसानफरामोश हो गए
किसी के लिए कितना भी करो कम ही लगता है
एहसान तो याद नहीं होगा
याद भी क्यों हो मतलब जो पूरा हो गया
लोग कुछ इस तरह से एहसान जताते है ,
वक्त की रोटी देकर चार वक़्त गिनाते हैं।
घमंड शराब की तरह है जब चढ़ता है,
तो सामने वाले को पता चल जाता है।।
घमण्ड शराब जैसी होती हैं
खुद को छोडकर,
सबको पता चल जाता हैं
इसको चढ़ गयी हैं ।
कुछ तालाबों को घमंड हो गया ,
अपने आप को समंदर समझने लगे।
घमंड यू था की जिंदगी में
किसी चीज का नशा किया नही
आखिर कब तक बचते हम
लतीयल (लत लगना) तेरी
बातो के हो गए ।
ज़िन्दगी झंड है
फिर भी घमंड है
"किसी के लिए कितना भी करो कम ही लगता है Shayari"
उनका घमंड करना लाजमी है,
जब चाहने वाले बहोत हो।
ना जाने लोग किस
बात का घमंड करते है
घमंड़ खुद पर करो तो
ठीक है। वरना दौलत तो
सारी दुनिया कमाती है।
बदन है मिट्टी का
सांसे है उधार, घमंड किस बात का
सब निभाने आए
अपना-अपना किरदार ।
जिस दिन हमारे किस्मत का सितारा चमक
जायेगा । ये जो घमंड है ना तुम्हारा
उस दिन उतर जायेगा।
घमंड किस बात का जनाब
एक रात ऐसी भी आएगी
जिसका कभी सवेरा नहीं होगा।
Kisi Ke Liye Kitna Bhi Karo Quotes Hindi
बारिश की बूंदो का धरती से हुआ मिलन तो महकने लगी,
घमंडी आसमान की जलन तो देखो बिजली कड़कने लगी।
घमंड किस बात का
साहब, आज मिंट्टी के ऊपर
तो कल मिंट्टी के नीचे।
जिने हम अपना,
मानते हैं,
ऊन लोगों मैं,
घमंड बहुत होता है।
घमंड तैरा ये है लाज़िम और है खूब
के हर शय मगरूर है ख़ाक होने से पहले।
कल खड़ा था आज कहीं पड़ा है
कल मोहरों सा क़ीमती था
आज वो ऐसे ही सड़ा है
कभी ख़रीदार थे इसके कई यहाँ पर
आज बस यूँही बेसुध बिखरा पड़ा है
सच ये सिखाती है बहुत कुछ
घमंड मत कर ए मेरे दोस्त
"किसी के लिए कितना भी करो कम ही लगता है "
जो करा है वो रावन भी जरा है।
घमंड ना करना अपने कामयाबी पे
समय बदलते रहते है
इंसान तो वही रहते है
बस हालात बदलते रहते है।
घमंड किस बात का करूं
क्यूंकि मैं जानता हूं,
एक रात ज़िंदगी में ऐसी भी होगी,
जिसके बाद कोई सवेरा नहीं होगा।
जिसके हुस्न का सारा शहर दीवाना है
वो मेरी दीवानी है
इस पर मेरा घमंड करना
कोई गुनाह तो नहीं है
जब घमंड हो जाए आपनी
कामयाबी की,
तो आप को गिरने में वक्त नही लगेगा।
पैसों का घमंड नहीं है
मगर औकात भी कुछ कीमत रखती है।
Final Words on Kisi Ke Liye Kitna Bhi Karo Quotes/ Kisi Ke Liye Kitna Bhi Karo Quotes in Hindi
आज की जबरदस्त पोस्ट Kisi Ke Liye Kitna Bhi Karo Quotes को आपके साथ शेयर किया है ये किसी को उसके किये का पछतावा कराने के लिए Quotes है जिन्हे आप अपने पास के लोगो के साथ शेयर करे ताकि उनको पता लगे की आपने उनके लिए बहुत सारे काम किये पर वह आपके किये हुए काम को भूल गए है पर आपको उनको जाताना है Kisi Ke Liye Kitna Bhi Karo Quotes के साथ |
आपको हमारी वेबसाइट में कोई एडवाइस देनी है तो आप हमे कमेंट करके बता सकते है
आपका हमारे पोस्ट Kisi Ke Liye Kitna Bhi Karo Quotes को पड़ने लिए शुक्रिया
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